बागेश्वर पावन धाम,
जपलो बालाजी का नाम,
संकट कटे उस धाम पे,
बालाजी के उस धाम पे।।
रोग शोक तुझे सताये,
जीवन बोझिल हो जाए,
कष्ट सबके है मिट जाए,
संकट कटें उस धाम पे,
बालाजी के उस धाम पे।।
राहें मुश्किल हो जाएं,
मंज़िल तेरी खो जाए,
रस्ते सबके खुल जाए,
संकट कटें उस धाम पे,
बालाजी के उस धाम पे।।
जो भी मन से अरज लगाए,
वो तो मनवांछित फल पाए,
सोए भाग्य भी जग जाए,
संकट कटें उस धाम पे,
बालाजी के उस धाम पे।।
बैठे बालाजी महाराज,
करते पुरण सबके काज,
बाबा झोली भरते जाए,
संकट कटें उस धाम पे,
बालाजी के उस धाम पे।।
बागेश्वर पावन धाम,
जपलो बालाजी का नाम,
संकट कटे उस धाम पे,
बालाजी के उस धाम पे।।
गायक – श्री राजू चंचल जी।
कैथल वाले।
लेखक – मीनाक्षी कुंडू जी।
संगीतकार – लवली धीमान।