बहारों फूल बरसाओ,
मेरे सरकार आए है,
मेरे सरकार आए है,
सज़ा दो घर को गुलशन सा,
के लखदातार आए है,
मेरे सरकार आए है।।
तर्ज – बहारों फूल बरसाओ।
ये बरसों की तमन्ना थी,
तेरा दीदार हो जाए,
तुझे देखूं जो एक पल तो,
सुकून इस दिल को मिल जाए,
मेरी साँसें ना थम जाए,
मेरे सरकार आए है,
मेरे सरकार आए है,
बहारों फुल बरसाओ,
मेरे सरकार आए है,
मेरे सरकार आए है।।
बिछा दूं अपनी पलकों को,
साँवरिया तेरी राहों में,
निहारूं तुझको जी भर के,
बसा लूँ मैं निगाहों में,
उमड़ आई मेरी अँखियाँ,
मेरे सरकार आए है,
मेरे सरकार आए है,
बहारों फुल बरसाओ,
मेरे सरकार आए है,
मेरे सरकार आए है।।
तेरे चरणों में मेरे श्याम,
बहा दूँ प्रेम का सागर,
सताता है ये डर मुझको,
चला जाए ना तू आकर,
ऐ पल तुम यहीं ठहर जाओ,
मेरे सरकार आए है,
मेरे सरकार आए है,
बहारों फुल बरसाओ,
मेरे सरकार आए है,
मेरे सरकार आए है।।
सजाया है बड़े दिल से,
तेरे दरबार को बाबा,
तेरा गुणगान करता हूँ,
तेरी महफ़िल में मैं बाबा,
ये धड़कन रागनी गाए,
मेरे सरकार आए है,
मेरे सरकार आए है,
बहारों फुल बरसाओ,
मेरे सरकार आए है,
मेरे सरकार आए है।।
बहारों फूल बरसाओ,
मेरे सरकार आए है,
मेरे सरकार आए है,
सज़ा दो घर को गुलशन सा,
के लखदातार आए है,
मेरे सरकार आए है।।
गायक – बादल जी बत्रा।
Ati sundar
Very nice