बैठा बैठा मोटा मगरा माय,
ए मारा भूरीया बाबा रे,
बैठा बैठा नदी किनारे धाम,
मारा भूरीया बाबा रे,
अरे आयोडा भगता ने चरने राखजो रे,
ए मारा भूरीया बाबा रे,
ए थारा रे सेवकीया ने चरने राखजो रे,
ए मारा भूरीया बाबा रे।।
ए धणी आवे आवे बालक ने नर नार,
मारा भूरीया बाबा रे,
अरे आवे आवे बालक ने नर नार,
मारा भूरीया बाबा रे,
ए पाली जालौर सिरोही तो चरने आवता रे,
मारा भूरीया बाबा रे,
ए तीन जिलो रा मीणा आवता रे,
मारा भूरीया बाबा रे।।
ए लम्बी नदियाँ मे मेलो लागतो रे,
मारा भूरीया बाबा रे,
अरे हाट ने होटल तो लागे मोकला रे,
मारा भूरीया बाबा रे,
अरे हाट ने होटल लागे मोकला रे,
मारा भूरीया बाबा रे।।
ए गौतम जी रे धाम जमलो जागीयो रे,
मारा भूरीया बाबा रे,
अरे गौतम जी रे धाम जमलो जागीयो रे,
मारा भूरीया बाबा रे,
ए थारा रे भगता ने चरने राखजो रे,
मारा भूरीया बाबा रे,
अरे आयोडा भगता ने चरने राखजो रे,
मारा भूरीया बाबा रे,
ए थारा रे सेवकीया ने चरने राखजो रे,
मारा भूरीया बाबा रे।।
बैठा बैठा मोटा मगरा माय,
ए मारा भूरीया बाबा रे,
बैठा बैठा नदी किनारे धाम,
मारा भूरीया बाबा रे,
अरे आयोडा भगता ने चरने राखजो रे,
ए मारा भूरीया बाबा रे,
ए थारा रे सेवकीया ने चरने राखजो रे,
ए मारा भूरीया बाबा रे।।
गायक – संत कन्हैयालाल जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी
9640557818