बजरंग बाला जय हो अंजनी के लाला रे
तर्ज – कौन दिशा में लेके चला रे
बजरंग बाला जय हो अंजनी के लाला रे(२)
जपूँ नाम तिहारो, मोहें लागे अति प्यारो,
बाबा दर्शन दे “””””
दर्शन दे, बजरंग बाला जय हो…..
ओ शंकर सुवन केसरी नन्दन
पवनपुत्र बलवान रे (२)
ओ राम लखन के काज सवांरे
अंजनीपुत्र महान रे (२)
तीन लोक में महीमा तेरी (२)
गावे सब संसार रे
बजरंग बाला जय हो अंजनी के लाला रे।
शक्ति लगी जब लक्ष्मण को तब
विपदा में थे राम हो (२)
लायें संजीवन लखनजी आये
रघुवर तब हरषाये हो (२)
रघुपति की तब तुम्हरी बडाई (२)
मान्यों भरत सम भाई रे
बजरंगबाला जय हो अंजनी के लाला रे।
रावण मार राम घर आये
राजतिलक रघुवर को कराये (२)
चीर के छाती भरी सभा में
सीयाराम की छवि दीखलावे (२)
सुर नर मुनिजन करत आरती (२)
कमलदीप जष गाये रे
बजरंगबाला जय हो अंजनी के लाला रे।
बजरंगबाला जय हो अंजनी के लाला रे(२)
जपूँ नाम तिहारो, मोहें लागे अति प्यारो,
बाबा दर्शन दे “””””
दर्शन दे,
बजरंगबाला जय हो अंजनी के लाला रे।
Bhajan Submitted By –
रोहित राठौर (झालरापाटन राजस्थान)