बाजे ये चिमटे नाथा के,
कांधे ऊपर झोली हो,
जोड़े में मां काली हो,
बाजे बाजे बाजे,
ये चिमटे नाथा के।।
तन प भगमा बाणा धार क,
बैठया नाथ यूं आसण लगाके,
संग नाथा की टोली हो,
जोड़े म मां काली हो,
बाजे बाजे बाजे,
ये चिमटे नाथा के।।
पान और पेड़ा मां का मंगाया,
जिसने सारा जगत रचाया,
बांधे संकट रोली हो,
जोड़े म मां काली हो,
बाजे बाजे बाजे,
ये चिमटे नाथा के।।
जोड़े म दोनों चालें,
धरती अंबर दोनों हाले,
भरते सबकी झोली हो,
जोड़े म मां काली हो,
बाजे बाजे बाजे,
ये चिमटे नाथा के।।
विजय भगत यो बडोदी आला,
भजन गावे कुचराणे आला,
इनकी श्यान सक्ल की भोली हो,
जोड़े म मां काली हो,
बाजे बाजे बाजे,
ये चिमटे नाथा के।।
बाजे ये चिमटे नाथा के,
कांधे ऊपर झोली हो,
जोड़े में मां काली हो,
बाजे बाजे बाजे,
ये चिमटे नाथा के।।
गायक – राजफूल कुचरानियां।
प्रेषक – दीपक गालव।
9053460307