बजरंग म्हारो सालासर वालो,
राम का सेवक अंजनी को लालो,
ज्योत जगावा थारी आज,
ज्योत जगावा थारी आज,
ओ बाबा म्हारी अरज सुणो।।
प्रेम से थारी ज्योत जगावा,
नारियल चूरमो भेंट चढ़ावा,
थारी करा रे मैं तो मनुहार,
ओ बाबा म्हारी अरज सुणो।।
आज दरबार में धूम मची है,
नाच नाच गावा म्हारे मन में जची है,
बाजे नगाड़ा करताल,
ओ बाबा म्हारी अरज सुणो।।
अंजनी के लाला थारी लीला निराली,
भगता री भरदे यो झोली खाली,
करीयो बेड़ो पार,
ओ बाबा म्हारी अरज सुणो।।
बजरंग म्हारो सालासर वालो,
राम का सेवक अंजनी को लालो,
ज्योत जगावा थारी आज,
ज्योत जगावा थारी आज,
ओ बाबा म्हारी अरज सुणो।।