बालाजी दीवाना तेरा,
बावला सा हो गया।।
तेरे प्यार में बण गया जोगी,
ला धुणा होया नाम का रोगी,
तन की सुख लाकड़ी हो गयी,
मैं सावला सा हो गया,
बालाजी दीवाना तेरा,
बावला सा हो गया।।
तेरे नाम बिन कुछ ना भाए,
कई कई दिन हों जयां रोटी खांए,
पर बालाजी तुम ना आए,
मैं रावला सा हो गया,
बाला जी दीवाना तेरा,
बावला सा हो गया।।
बणया चुरमा देशी घी में,
मन हो राजी जब तुं जीमे,
दस किलो की लाया पीपी,
आँवला सा हो गया,
बाला जी दीवाना तेरा,
बावला सा हो गया।।
‘कप्तान शर्मा’ बालक याणा,
रहता इश्माईला हरियाणा,
तन्नै बुलावः सौदा सिराणा,
उतावला सा हो गया,
बाला जी दीवाना तेरा,
बावला सा हो गया।।
बाला जी दीवाना तेरा,
बावला सा हो गया।।
गायक – नरेन्द्र कौशिक।
भजन प्रेषक – राकेश कुमार जी,
खरक जाटान(रोहतक)
( 9992976579 )