बाला जी के दर्शन करने,
गई इक बाला जी,
खो गया कान का बाला जी,
ढूंढ के ला दो बाला जी।।
तुम हो महान जग में,
केसरी नन्दन,
हृदय में बसाए तुमने,
सिया रघुनंदन,
बालापन में सूर्य निगल गए,
अंजनी लाला जी,
खो गया कान का बाला जी,
ढूंढ के ला दो बाला जी।।
लक्ष्मण मूर्छित बैठे,
राम अकुलाए,
द्रोणागिरी पर्वत पहुंचे,
संजीवनी लाए,
बूटी लाकर प्राण बचाए,
बजरंग बालाजी,
खो गया कान का बाला जी,
ढूंढ के ला दो बाला जी।।
राम लखन चोरी से,
पाताल पहुंचे,
उनको बचाने बाबा,
तुम वहां पहुंचे,
अहिरावण की भुजा उखाड़ी,
संकट टाला जी,
खो गया कान का बाला जी,
ढूंढ के ला दो बाला जी।।
बाला जी के दर्शन करने,
गई इक बाला जी,
खो गया कान का बाला जी,
ढूंढ के ला दो बाला जी।।
गायक / प्रेषक – शंकर अलबेला।
8999397590