बताऊँ थाने राम मिलण की रीत,
राम मिलण वाली रीत,
बताऊँ थानै हरी मिलण वाली रीत।।
पहला मान बड़ाई छोड़ो,
कू-कर्मा से मुखड़ा मोडो,
लिख लेना नीत अनित,
बताऊँ थानै राम मिलण वाली रीत।।
सतरी सँगत में नित को जाना,
जाय सन्ता ने शीश नवाणा,
पालो गुरु से प्रित,
बताऊँ थानै राम मिलण वाली रीत।।
संत साधु उपदेश सुनावे,
राम नाम का पाठ लिखावे,
तोड भ्रम की भीत,
बताऊँ थानै राम मिलण वाली रीत।।
सच्चीदानन्द की सांची कहणी,
राम मिलन की याहि निशानी,
जावोला जमारा जीत,
बताऊँ थानै राम मिलण वाली रीत।।
बताऊँ थाने राम मिलण की रीत,
राम मिलण वाली रीत,
बताऊँ थानै हरी मिलण वाली रीत।।
गायक – मनोहर परसोया।