ड ड ड ड बोलतो,
कमाल करग्यो,
बावलियो म्हाने,
मालामाल करग्यो,
गांव चिड़ावो पूजा दियो,
और कई बिड़ला यो,
बणा दियो।।
तर्ज – धीरे धीरे बोल कोई।
बावलिया बाबा भजन (चिड़ावा)
देवी माँ का परम उपासक हो,
शिवजी की नगरी का वासक हो,
विदवान थे.. गुणवान थे..,
सोई तकदीर जगा दियो,
हंडिया से माल लूटा दियो,
ड ड ड ड बोलतो,
कमाल करग्यो,
बावलियों म्हानें,
मालामाल करग्यो।।
के ब्राम्हण के सेवक के बणिया,
मौज करै बाबा ने पूजणीया,
दिलदार बडा.. खावै दाळ बड़ा..,
रोग्यां का रोग मिटा दियो,
मूरख ने ज्ञानी बणा दियो,
ड ड ड ड बोलतो,
कमाल करग्यो,
बावलियों म्हानें,
मालामाल करग्यो।।
‘अम्बरीष’ कहवै पंडित जी दात्तार,
थारै भग्तां को सुखी रहवै परिवार,
नीला वस्त्र है.. लाठी शस्त्र है..,
थारो उत्सव म्हे करता रहवां,
ई लायक म्हानै बणा दियो,
ड ड ड ड बोलतो,
कमाल करग्यो,
बावलियों म्हानें,
मालामाल करग्यो।।
ड ड ड ड बोलतो,
कमाल करग्यो,
बावलियो म्हाने,
मालामाल करग्यो,
गांव चिड़ावो पूजा दियो,
और कई बिड़ला यो,
बणा दियो।।
Writer – Ambrish Kumar Mumbai
9327754497
Singer – Sudarshan Kumar