बेगा बेगा चालो बाबो हेला करे,
लीले री सवारी बाबो किरपा करे।।
धोली धोली ध्वजा बाबो सागे चाले,
ढोल नगाड़ा नौबत बठे तंदूरों बाजे।।
टाबरा रे सागे देखो मम्मी भी चाले,
छोरा छोरी आगे बापू लारे चाले।।
संगा माहि भेला होकर भोजन करे,
ठंडो पाणी पील्यो बठे टेंकर खडे।।
आंधलिया न आँख बाबो पांगलिया न पाव,
मन की ईच्छा पूर्ण करे रूनीचे रो श्याम।।
रस्ते माहि देखो भगतो जागण लगें,
गोपालो है थारो बेटो भजन करे।।
बेगा बेगा चालो बाबो हेला करे,
लीले री सवारी बाबो किरपा करे।।
गायक – गोपाल सोनी रतनगढ़।
9982095020