बैगा चलो रे,
बाबा को बुलाओ,
खाटू से आयो रे,
बेगा चालो रे।।
फागुन के मेला के माही,
श्याम धणी बुलावे रे,
श्याम धणी भगता ने,
झालो देर बुलावे रे,
बेगा चालो रे।।
रींगस से जो पैदल जावेऊके,
बाबो सागे चाले रे,
आगे आगे श्याम धणी चाले,
भगत ये पाछे रे,
बेगा चालो रे।।
जो भी जावे श्याम धणी के,
वो खाली नही आवे रे,
श्याम धणी बाबो सबका,
मन की पूरी कर देवे रे,
बेगा चालो रे।।
श्याम धणी बाबो खाटू में,
दरबार लगा के बेठियो रे,
भगता री किस्मत रो तालो,
बडा प्यार से खोले रे,
बेगा चालो रे।।
राजा खाटू नगरी को बाबो,
जगत सेठ कहलावे रे,
जांगिड़ यो सबकी खाली,
झोली भर देवे रे,
बेगा चालो रे।।
बैगा चलो रे,
बाबा को बुलाओ,
खाटू से आयो रे,
बेगा चालो रे।।
गायक / प्रेषक – अशोक जांगिड़।
मोबाइल – 9828123517
सवाई माधोपुर राजस्थान।