बेनड मारी मैं चाल्यो परदेश,
धिरज धरज्ये नानकडी,
के रोवे मत लाडकडी,
बेनड़ म्हारी मैं चाल्यो परदेश।।
थोड़ा दिना री बात है बेनड,
बेगो पाछो आऊ,
तेरे खातिर परदेशा सु,
सारो सुख ले आऊ,
घड़ी यही है फर्ज निभाणे की,
धिरज धरज्ये नानकडी,
के रोवे मत लाडकडी,
बेनड़ म्हारी मैं चाल्यो परदेश।।
मेरो तो सुख तू है बिरा,
ध्यान राखज्ये तेरो,
पग पग तेरी रक्षा करसी,
प्यार बिरा यो मेरो,
बिरा थाने मारी ऊमर लग जाय,
मैं रह लेस्यु एकलडी,
मैं जोस्यु थारी बाटडली,
बिरा मारा बेगो आज्ये रे।।
बचना री डोरी पे पाछो,
मांगु थासु कोल,
राखी पर तु आवेगो रे,
मारा बिरा अब बोल,
रक्षाबंधन सबसे बडो अनमोल,
के जोस्यु थारी बाटडली,
बांधुली थारे राखडली,
बिरा मारा बेगो आज्ये रे।।
मैं आऊलो राखी पर तु,
ध्यान राखज्ये तेरो,
हस दे मारी लाडो अब तो,
मान ले मारो केणो,
लाडल मारी हसकर रहीजे रे,
के रोवे मत एकलडी,
के धीरज धरज्ये नानकडी,
बेनड़ म्हारी मैं चाल्यो परदेश।।
बेनड मारी मैं चाल्यो परदेश,
धिरज धरज्ये नानकडी,
के रोवे मत लाडकडी,
बेनड़ म्हारी मैं चाल्यो परदेश।।
गायक – देव शर्मा आमा।
8290376657