बेटियां भी महान होती है,
मम्मी की जान पापा की शान,
दोनों की आन होती है,
बेटिया भी महान होती है।।
तर्ज – जिन्दगी इम्तेहान लेती है।
इनको ना समझो खुद से पराया,
ये घर की देवी ये घर की माया,
बेटियां घर की शान होती है,
दुर्गा समान गौरा समान,
लक्ष्मी समान होती है,
बेटिया भी महान होती है।।
बेटी ना होती कुछ भी ना होता,
बेटी बिना ये जग सूना होता,
बेटियां दयावान होती है,
बेटियां दयावान होती है,
दो कुलों की शान,
दो कुलों की शान होती है,
बेटिया भी महान होती है।।
मारो ना मारो बेटी ना मारो,
बेटी बचाकर जीवन सुधारो,
बेटी बचाकर जीवन सुधारो,
बेटियां दिल की शान होती है,
दुर्गा समान गौरा समान,
लक्ष्मी समान होती है,
बेटिया भी महान होती है।।
बेटियां भी महान होती है,
मम्मी की जान पापा की शान,
दोनों की आन होती है,
बेटिया भी महान होती है।।
स्वर – श्याम शर्मा जी।