भभूता आवैगा,
डेरु के डंके पै।।
सब गलियों मै फूल बिछादयो,
बाबा जी का आसण लादयो,
आकै कष्ट मिटावैगा,
डेरु के डंके पै।।
मिश्री का सब भोग लगाओ,
बाबा जी नै खूब जिमाओ,
फेर राह बतावैगा,
डेरु के डंके पै।।
देखो सब इसका जप करकै,
सबकी धजा शिखर मै फरकै,
बिगड़े काम बणावैगा,
डेरु के डंके पै।।
चरणों मै सब शीश झुकाल्यो,
गुरु जनो का ध्यान लगाल्यो,
फेर शिखर चढ़ावैगा,
डेरु के डंके पै।।
रामनिवास धनौरी आले,
तू भी बाबा जी नै मना ले,
कद भजन बणावैगा,
डेरु के डंके पै।।
भभूता आवैगा,
डेरु के डंके पै।।
गायक / प्रेषक – रामनिवास।
9896047050