भाई बड़ा बुढ़ा को केणो है,
राम नाम नित लेणो है।।
राम नाम से लाखों तिरिया,
बिना भजन के अबका मरिया,
अनमोल रतन यो गेणो है,
राम नाम नित लेणो है।।
हल्की भारी सब सुण लेणी,
कड़वी बात किने नहीं केणी,
भाइ हिलमिल सबने रेणो है,
राम नाम नित लेणो है।।
आखिर यो सब रे जावेला,
यो पंछीड़ो उड़ जावेला,
भाई वीर अकेला वेणो है,
राम नाम नित लेणो है।।
पग पग उपर संभल चालणो,
कलेश क्रोध ने परो बालणो,
लीदां को पाछो देणो है,
राम नाम नित लेणो है।।
रतन दास नारायण नाई,
जगदीश रे मुंगाणा मांई,
गुरू चेतनजी को केणो है,
राम नाम नित लेणो है।।
भाई बड़ा बुढ़ा को केणो है,
राम नाम नित लेणो है।।
गायक – धाकड़ कालूजी रंगीला।
प्रेषक – बालाजी टेलर नगजी राम धाकड़।
गोपालपुरा – 9799285289