भज नीलकंठ महादेव,
निरंजन नी का,
ओ निरंजन नी का,
मै धरू हिरदा मे ध्यान,
सदा शिवजी का,
मै धरू हिरदा मे ध्यान,
सदा शिवजी का।।
हे कोई बागम्बर की खाल,
बिछावन बंकी,
ओ बिछावन बंकी,
हे पार्वता डोले डावी हाथ में पंखी,
ओ पार्वता डोले डावी हाथ में पंखी,
हे भज नीलकंठ महादेंव,
निरंजन नी का,
ओ निरंजन नी का,
मै धरू हिरदा मे ध्यान,
सदा शिवजी का।।
हे कोई बडा भुजंगी नाग,
सर्प ज्यु काला,
हे कोई बडा भुजंगी नाग,
सर्प ज्यु काला रे,
सर्प ज्यु काला,
हिवडा मे चमके हार,
गले मे रुण्ड माला,
हिवडा मे चमके हार,
गले में रुण्ड माला,
हे भज नीलकंठ महादेंव,
निरंजन नी का,
ओ निरंजन नी का,
मै धरू हिरदा मे ध्यान,
सदा शिवजी का।।
हे कोई रट रट रावण,
जाय सेवना किनी,
हे कोई रट रट रावण,
जाय सेवना किनी रे,
सेवना किनी,
जद प्रसन्न हुए महादेव,
लंकापत दिनी,
हे कोई आक धतूरा पीवे,
मदवा करके,
ए पार्वता पावे,
प्याला भांग का भर के,
हे भज नीलकंठ महादेंव,
निरंजन नी का,
ओ निरंजन नी का,
मै धरू हिरदा मे ध्यान,
सदा शिवजी का।।
हे कोई सब देवा मे आप,
बडे हो देवा,
हे कोई सब देवा मे आप,
बडे हो देवा,
बडे हो देवा,
कोई सबलसिंह राठौड़,
करे थारी सेवा,
ओ कोई सबलसिंह राठौड़,
करे थारी सेवा,
हे भज नीलकंठ महादेंव,
निरंजन नी का,
ओ निरंजन नी का,
मै धरू हिरदा मे ध्यान,
सदा शिवजी का।।
भज नीलकंठ महादेव,
निरंजन नी का,
ओ निरंजन नी का,
मै धरू हिरदा मे ध्यान,
सदा शिवजी का,
मै धरू हिरदा मे ध्यान,
सदा शिवजी का।।
गायक – प्रकाश माली जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी
9640557818