भजन सरीसा सुख है नहीं,
करके देख लो विचारा,
भजन किया नर तिर गया,
पापी डुबा मझधारा,
भजन सरीसा सुख हैं नही,
करके देख लो विचारा।।
धिन धिन ध्रुव प्रहलाद ने,
पिता लिया ज्योरा लारा,
कष्ट पड़यो प्रण सोडयो नहीं,
दूख भोग्या अपारा,
भजन सरीसा सुख हैं नही,
करके देख लो विचारा।।
राजा ज्यारी पट राणीया,
मिरा रूपो ने तारा,
नाम ले निर्भय भई,
ज्यारा नाम है प्यारा,
भजन सरीसा सुख हैं नही,
करके देख लो विचारा।।
नगर उजिणी तजी भरथरी,
जाय सूलतान पूकारा,
सेर बंगलो गोपीचंद सोङयो,
सोङया विषयों रा लारा,
भजन सरीसा सुख हैं नही,
करके देख लो विचारा।।
आगे अनेको सन्त उबर्या,
राम नाम रे आधारा,
ईश्वर हरी रो भजन नहीं,
करे ज्यारा धुङ जमारा,
भजन सरीसा सुख हैं नही,
करके देख लो विचारा।।
भजन सरीसा सुख है नहीं,
करके देख लो विचारा,
भजन किया नर तिर गया,
पापी डुबा मझधारा,
भजन सरीसा सुख हैं नही,
करके देख लो विचारा।।
Singer – Anil Nagori
Upload – Prem Goswami Barmeri
9799880344