भक्त खड़े है द्वार मैया,
उपकार हो जाए,
तेरे दर्शन पाकर,
मैया बेड़ा पार हो जाए,
हो तेरे दर्शन पाकर,
मैया बेड़ा पार हो जाए।।
हाथ में खप्पर,
आंखो में लाली,
चामुंडा काली,
हो तेरी महिमा अपरमपार,
तू है देवी रखवाली,
ओ मां काली कंकाली,
तु भर दे झोली खाली।।
गले में मुंडन माला,
हाथ में सीस लिया काली,
अकाल भी उसको क्या मारे,
जो भक्त तेरा काली,
ओ मैया शेरोवाली,
तेरी हर बात निराली।।
खड़क हाथ त्रिशूल लिये,
मां काली कंकाली,
तेरे नाम की महिमा भारी,
तु हैं देवी रखवाली,
लखन जब द्वार पे आए,
कभी न जाए खाली।।
भक्त खड़े है द्वार मैया,
उपकार हो जाए,
तेरे दर्शन पाकर,
मैया बेड़ा पार हो जाए,
हो तेरे दर्शन पाकर,
मैया बेड़ा पार हो जाए।।
गायक / प्रेषक – लखन सियोता।
मो न. 76150 20442