भगती करो रे गुरु का बचना में रेवो,
मत लाओ माईला मे हेरा ओ जी,
भगति करो रे संतो मिल जाओ भेला,
मत लाओ मायला में हेरा।।
जुगती तो देख संता जाजम राली,
पीओ न प्याला जेड़ा अम्रत भरीया,
भगति करो रे संतो मिल जाओ भेला,
मत लाओ मायला में हेरा।।
खेती तो करु म्हारे जल बिना सुके,
बिणज करु म्हारी मूल पूंजी डूबे ओ जी,
भगति करो रे संतो मिल जाओ भेला,
मत लाओ मायला में हेरा।।
ऐकली वो झुपडी में डर म्हाने लागे,
शहर में रेउ तो म्हाने लोग भरमावे ओ जी,
भगति करो रे संतो मिल जाओ भेला,
मत लाओ मायला में हेरा।।
पेदल चालू तो काटो म्हारे भागे,
घुडले चडू तो म्हारा सतगुरु लाजे,
भगति करो रे संतो मिल जाओ भेला,
मत लाओ मायला में हेरा।।
भगती करो रे शीतल बनीयो,
रुख शीतल ज्यारी छाया,
भगति करो रे संतो मिल जाओ भेला,
मत लाओ मायला में हेरा।।
रूपादे जी बेट हरी का गुण गाया,
वोजी भगती करो रे संतो,
भगति करो रे संतो मिल जाओ भेला,
मत लाओ मायला में हेरा।।
भगती करो रे गुरु का बचना में रेवो,
मत लाओ माईला मे हेरा ओ जी,
भगति करो रे संतो मिल जाओ भेला,
मत लाओ मायला में हेरा।।
गायक – जगदीश और राजु।
प्रेषक – चारभुजा साउंड जोरावरपुरा।
9460405693