भक्तो की आई है बारात,
श्लोक – भक्तो की बारात निराली,
बैंड नही शहनाई,
बालाजी को चले मनाने,
तो भजनों की झड़ी लगाई।
भक्तो की आई है बारात,
की बाला को मनाओ जी,
बाला को मनाओ जी,
बाला को मनाओ जी,
भक्तो की आई हैं बारात,
की बाला को मनाओ जी।।
केसर लाना चंदन लाना,
और केसरिया बागा लाना,
आज फूलों का रखो ना हिसाब,
की बाला को मनाओ जी,
भक्तो की आई हैं बारात,
की बाला को मनाओ जी।।
आज तलक तो इनकी मानी,
आज करेंगे हम मनमानी,
आज इनकी ना सुणो कोई बात,
की बाला को मनाओ जी,
भक्तो की आई हैं बारात,
की बाला को मनाओ जी।।
माया मांगने हम नही आए,
दर्शन की इछा ले आए,
आज लाए है प्रेम की सौगात,
की बाला को मनाओ जी,
भक्तो की आई हैं बारात,
की बाला को मनाओ जी।।
भक्तो की आई है बारात,
की बाला को मनाओ जी,
बाला को मनाओ जी,
बाला को मनाओ जी,
भक्तो की आई हैं बारात,
नाचेंगे हम सारी रात,
की बाला को मनाओ जी।।
Singer : Rajkumar Swami