संत लिखमोजी पुज्या पगलीया,
बिकाना मे भजता ही रामदेव मिलीया,
भली करसी लिखमोजी डी जे बाजे,
सगला नाचो रे।।
गुरू पूर्णिमा जन्मउत्सव मनावो,
निकालो शोभायात्रा जागन दिरावो,
भली करसी लिखमोजी डी जे बाजें,
सगला नाचो रे।।
संत लिखमोजी ग्रहस्ती रे साधु,
माला फेर मालिक जेल्या रे आदु,
भली करसी लिखमोजी डी जे बाजें,
सगला नाचो रे।।
गाँव शहर का भ्रमण करता,
सतसंग करता ही एकांत में भजता,
भली करसी लिखमोजी डी जे बाजें,
सगला नाचो रे।।
लिखमोजी रो आसन कडावु,
पडिया बाबेर मन्दिर बेरा बहाडिया,
भली करसी लिखमोजी डी जे बाजें,
सगला नाचो रे।।
नारायण ठाकर बबलू साधना बतायो,
माली छंवर जद गुरू जश गायो,
भली करसी लिखमोजी डी जे बाजें,
सगला नाचो रे।।
संत लिखमोजी पुज्या पगलीया,
बिकाना मे भजता ही रामदेव मिलीया,
भली करसी लिखमोजी डी जे बाजे,
सगला नाचो रे।।
गायक – गजेन्द्र अजमेरा जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी।
(रायपुर जिला पाली राजस्थान)
9640557818