भाया जीणो जग में दो दिन,
प्रेम बढा़वणो रे,
बहना जीणो जग में दो दिन,
प्रेम बढा़वणो रे।।
क का काम क्रोध को तज दो,
ख खा खाना गम का खाओ,
ग गा गरीब को ना सताओ,
घ घा घर आये मेहमान को,
मान बढा़वणो रे,
भाया जीनो जग में दो दिन,
प्रेम बढा़वणो रे।।
च चा चर्चा ईश्वर की करना,
छ छा छोड़ो झूठी आशा,
ज जा जग है स्वार्थ सारा,
झ झा झगड़ा रगड़ा छोड़,
प्रभु रा गुण गावणा रे,
भाया जीनो जग में दो दिन,
प्रेम बढा़वणो रे।।
ट टा टेम रहे प्रभु भज लो,
ठ ठा ठकुराई को तज दो,
ड डा डरते ईश्वर से रहणो,
ढ ढा ढकनो दोष परायो,
अवगुण नहीं देखणा रे,
भाया जीनो जग में दो दिन,
प्रेम बढा़वणो रे।।
त ता तेरी मेरी छोड़ो,
थ था थोड़ो जग में जीणो,
द दा दया धर्म मन लावो,
ध धा धन नहीं अभिमान,
मन में लावणो रे,
भाया जीनो जग में दो दिन,
प्रेम बढा़वणो रे।।
न ना नार पराई न तकना,
प पा पर धन कभी नहीं हरना,
फ फा फर्जी साख नहीं भरना,
ब बा बचन देय नहीं नटणो,
वचन निभावणो रे,
भाया जीनो जग में दो दिन,
प्रेम बढा़वणो रे।।
भ भा भाग भरोसो राखो,
म मा मोह माया को त्यागो,
य या यश जो जग में कमाणो,
र रा रहो गुरु सेवा में,
प्रभु ने पावणा रे,
भाया जीनो जग में दो दिन,
प्रेम बढा़वणो रे।।
ल ला लोभ को दिल से निकालो,
व वा वश में जबान को राखो,
स सा सत्संगत मन लावो,
ह हा हरि कहे प्रभु रा गुण,
प्रेम से गावणा रे,
भाया जीनो जग में दो दिन,
प्रेम बढा़वणो रे।।
भाया जीणो जग में दो दिन,
प्रेम बढा़वणो रे,
बहना जीणो जग में दो दिन,
प्रेम बढा़वणो रे।।
Singer – Shri Ramprasad Ji Maharaj
Upload By – Keshav