भैरु म्हारो सज रह्यो,
मूंछ्या तान,
तोरण रो बींद लाग रह्यो।।
ताजमहल हवामहल सब देख्यां,
थारे सामी सगला लार रह गया,
ओ म्हारे मन मंदिर थारा सुहाया,
तोरण रो बींद लाग रह्यो।।
पचरंग साफ़ो सोहनो सोयो,
कलंगी म्हारो मनडो मोह्यो,
घुघरिया छम छम जोर बजाया,
तोरण रो बींद लाग रह्यो।।
ओ निरखन ब्रह्मा विष्णु आया,
निर्खण ब्रह्मा शंकर आया,
लीलण ले तेजो बिगमल आया,
डोकरी काजल तिलक लगाया,
लाडूडे ने नजर ना लाग जे,
तोरण रो बींद लाग रह्यो।।
बाबो म्हारो सबसे सुपर हीरो,
ज्यु लाड राखे जामन जायो बीरों,
हाथ मेरो छोड़ कदे ना जाया,
तोरण रो बींद लाग रह्यो।।
भैरु म्हारो सज रह्यो,
मूंछ्या तान,
तोरण रो बींद लाग रह्यो।।
गायक / लेखक – रामावतार सारस्वत।
9828512038