भोले बाबा का ये दर,
भक्तों का बन गया है घर,
बाबा की महिमा न्यारी,
है तू सबका हितकारी,
देखो लोग हजारों रोज,
यहां पर आते हैं,
अपने प्यारे महाकाल,
का दर्शन पाते हैं।।
तर्ज़ – तेरी आंख्या को यो।
उज्जैन में बाबा जी ने,
डेरा लगाया है,
बाबा के भक्तों ने यहां,
मेला लगाया है,
उज्जैन की महिमा न्यारी,
गाती यह दुनिया सारी,
माँ शिप्रा में नहाके,
सब दर्शन करने आते,
जयकारा बम बम,
भोले नाथ लगाते हैं,
अपने प्यारे महाकाल,
का दर्शन पाते हैं।।
बाबा के दर पे जिसने,
अर्जी लगाई है,
भक्तों की बाबा ने सदा,
बिगड़ी बनाई है,
बाबा सबकी इच्छाएं,
पल भर में पूरी करते,
सुख संपति दे भक्तों को,
भक्तों के दुख हैं हरते,
जो बाबा जी की चरण,
शरण में आते हैं,
अपने प्यारे महाकाल,
का दर्शन पाते हैं।।
भोले बाबा का ये दर,
भक्तों का बन गया है घर,
बाबा की महिमा न्यारी,
है तू सबका हितकारी,
देखो लोग हजारों रोज,
यहां पर आते हैं,
अपने प्यारे महाकाल,
का दर्शन पाते हैं।।
गायिका – चांदनी सरगम।
लेखक / प्रेषक – शिव नारायण वर्मा।
7987402880