भोले के चरणों में,
ध्यान अपना लगा ले,
सुखदाई है ये नाम,
जप रे मन रात दिन,
बोलो बम बम बोलो,
हर हर बम बम बोलो।।
तर्ज – परदे में रहने दो
अंग भभूति रमाये है,
माथे पे चंदा सुहाए है,
गंगा जटाओ में समाये है,
विषधर गले में लिपटाये है,
भोले के चरणो में,
ध्यान अपना लगा ले,
सुखदाई है ये नाम,
जप रे मन रात दिन,
बोलो बम बम बोलो,
बोलो हर हर बम बम।।
कोई उनको अविनाशी कहता है,
कोई भोले ही भोले जपता है,
मान जाये बस थोड़ी भक्ति से,
भोले भक्तो के अंग संग रहता है,
भोले के चरणो में,
ध्यान अपना लगा ले,
सुखदाई है ये नाम,
जप रे मन रात दिन,
बोलो बम बम बोलो,
बोलो हर हर बम बम।।
नाम भोले का जो भी गायेगा,
बिगड़ी पल में बाबा बनाएगा,
सुनते है सबकी विनती भोले जी,
नैया तो भव से पार लगाएगा,
भोले के चरणो में,
ध्यान अपना लगा ले,
सुखदाई है ये नाम,
जप रे मन रात दिन,
बोलो बम बम बोलो,
बोलो हर हर बम बम।।
भोले का डमरू डम डम डम बोले,
ओढ़े बाघंबर खाये भंग गोले,
तू भी ‘सरल’ भोले का होले,
‘लख्खा’ जीवन में ना डोले,
भोले के चरणों में,
ध्यान अपना लगा ले,
सुखदाई है ये नाम,
जप रे मन रात दिन,
बोलो बम बम बोलो,
बोलो हर हर बम बम।।