भोले नाथ ने पुकारा,
चल चल मेरे यारा।।
तर्ज – तेरे लख दा हुलारा
भोले नाथ ने पुकारा,
चल चल मेरे यारा,
चल चल मेरे यारा,
भोले नाथ ने पुकारा,
चल चल मेरे यारा,
भोले बाबा ने पुकारा,
चल चल मेरे यारा,
देख सावन का नजारा,
जहाँ गंगा का किनारा,
बोल बम —-
भोलेनाथ ने पुकारा,
चल चल मेरे यारा,
चल चल मेरे यारा।।
पहले गंगा में नहाओ,
फिर कांवड़ सजाओ,
हर हर बम बम बोलो,
और कांवड़ उठाओ,
बोल बम बम का तू नारा,
भोले को जो लगे प्यारा,
लेता शिव का जो सहारा,
वो तो कभी नहीं हारा,
भोले नाथ ने पुकारा,
चल चल मेरे यारा,
चल चल मेरे यारा।।
महादेव है निराले,
आशुतोष भोले भाले,
लोटा जल का चढ़ाके,
उन्हें कोई भी रिझाले,
काम भक्तो के सवारा,
भर देता है भंडारा,
बोल शिव का जयकारा,
तेरा चमकेगा सितारा,
भोले नाथ ने पुकारा,
चल चल मेरे यारा,
चल चल मेरे यारा।।
पैदल चलते है जाना,
भेष भगवा बनाना,
चलके देवघर नगरीया,
भोले बाबा को नहलाना,
कष्ट मिट जाएगा सारा,
शिव नाम जो उचारा,
विश्वास है हमारा,
‘लख्खा’ तूने क्या विचारा,
भोलेनाथ ने पुकारा,
चल चल मेरे यारा,
चल चल मेरे यारा।।
भोले नाथ ने पुकारा,
चल चल मेरे यारा,
चल चल मेरे यारा,
भोलेनाथ ने पुकारा,
चल चल मेरे यारा,
भोले बाबा ने पुकारा,
चल चल मेरे यारा,
देख सावन का नजारा,
जहाँ गंगा का किनारा,
बोल बम —-
भोलेनाथ ने पुकारा,
चल चल मेरे यारा,
चल चल मेरे यारा।।