भुलो मति रे भाईडा,
भुलो मति,
माता पिता का एहसान ने नादान,
जिवडा भुलो मति।।
तर्ज – लेता जाईज्यो रे दिलड़ा।
भार थारो रे माता,
नौ महीना उठायो,
नर तन चोलो बंदा,
जब तूने पायो,
हिवड़े हुलरावती माँ,
हालरियो हलावती,
भुलो मति रे भाईड़ा,
भुलो मति,
पल पल राख्यो थारो ध्यान रे शेतान,
जिवडा भुलो मति।।
पड़ा लिखा कर थने,
मनख बनायो,
लाड़ा पोड़ा से थारो,
ब्याव करायो,
सेजा माही रम गयौ,
थू वासना में रम गयो,
भुलो मति रे भाईड़ा,
भुलो मति,
होकर जोध जवान रे शेतान,
जिवडा भुलो मति।।
मु तो जान्यो रे बेटा,
बुढापा री लाठी,
गोड़ा जब टूट्या मारा,
दे गयौ चाटी,
बुढ़ापो सवार ले,
काया माकी उबार ले,
भुलो मति रे भाईड़ा,
भुलो मति,
थोड़ा दिनों का मेहमान रे शेतान,
जिवडा भुलो मति।।
पूनम चंद मन,
थाने समजावे,
माता पिता की सेवा,
तिरत करावे,
सेवा जो करोला तो,
सुख घणा पाओला,
दुख जो दियो तो,
दुःख घणा पाओला,
भुलो मति रे भाईड़ा,
भुलो मति,
माता पिता हैं भगवान रे शेतान,
जिवडा भुलो मति।।
भुलो मति रे भाईडा,
भुलो मति,
माता पिता का एहसान ने नादान,
जिवडा भुलो मति।।
गायक – बद्री लाल जी गाडरी।
प्रेषक – चारभुजा साउंड जोरावरपुरा।
9460405693