बिलाड़ा री नगरी म्हाने,
प्यारी लागे,
ओ जटे माताजी रो,
जटे आई माता रो,
बनीयो सुन्दर धाम,
बिलाड़ा नगरी प्यारी लागे।।
अरे अखण्ड ज्योत,
आई माता री जागे,
कोई केसर कोई केसर,
पडे रे अपार,
बिलाड़ा नगरी प्यारी लागे।।
अरे आई माताजी री मूरत,
म्हाने प्यारी लागे,
म्हारे हिवडा में ओ म्हारे हिवडे मे,
राखु श्री आई मात ने,
बिलाड़ा नगरी प्यारी लागे।।
अरे ढोल नगाड़ा,
थारे नोपत बाजे,
मैया घर घर मैया घर घर,
होवे पुजा पाठ,
बिलाड़ा नगरी प्यारी लागे।।
अरे बैल में म्हारी,
आई माताजी बिराजे,
एतो बाजे बाजे ओ एतो बाजे बाजे,
बैलिया रे घुंगर माल,
बिलाड़ा नगरी प्यारी लागे।।
अरे बैल ने बधावे सखीया,
मंगला गावे,
एतो नाचे नाचे एतो नाचे नाचे,
गेरिया जोर,
बिलाड़ा नगरी प्यारी लागे।।
अरे ग्यारह गांठ रा,
नियम बताया,
एतो सीरवी मैया सीरवी समाज,
गुण गाय,
बिलाड़ा नगरी प्यारी लागे।।
अरे चैत्र बीज,
उजवाली आवे,
दर्शन करलो रे दर्शन करलो,
माताजी रा आय,
बिलाड़ा नगरी प्यारी लागे।।
अरे सीरवी म्यूजिक रा,
गाना जोर बाजे,
मैया सुनील मैया सुनील सीरवी,
चरना माय,
बिलाड़ा नगरी प्यारी लागे।।
अरे मनीष सीरवी,
कलम चलावे,
हर्ष आरती कन्हावत गावे,
मैया अनिल मैया अनिल सीरवी,
शिश निवाय,
बिलाड़ा नगरी प्यारी लागे।।
बिलाड़ा री नगरी म्हाने,
प्यारी लागे,
ओ जटे माताजी रो,
जटे आई माता रो,
बनीयो सुन्दर धाम,
बिलाड़ा नगरी प्यारी लागे।।
सिंगर – हर्ष व आरती कन्हावत।
लेखक / प्रेषक – मनीष सीरवी।
रायपुर जिला ब्यावर राजस्थान।
9640557818