बिन मांगे देता है जो,
दुनिया से न्यारा है,
उस दाता को भजता हूँ,
मेरा वो श्याम प्यारा है,
उस दाता को भजता हूँ,
मेरा वो श्याम प्यारा है।।
तर्ज – जीता था जिसके लिए।
धन और दौलत,
क्या मांगे बाबा,
मुस्कान दी आपने-x2,
हर श्याम प्रेमी,
तेरा अंश बाबा,
पहचान दी आपने-x2,
बनादे मेरी बिगड़ी,
किस्मत मेरे साँवरे,
उस दाता को भजता हूँ,
मेरा वो श्याम प्यारा है।।
कोई जो पूछे,
अगर हमसे समझे,
कि होती है क्या बंदगी-×2,
चरणों मे तेरे,
सुबह श्याम मेरे,
कट जाए ये जिंदगी-x2,
जीते जी मिल जाये,
जन्नत मेरे साँवरे,
उस दाता को भजता हूँ,
मेरा वो श्याम प्यारा है।।
ओ राधे बिहारी,
गोविंद मुरारी,
समझा जो लायक मुझे-x2,
चरणों मे अपने,
मुझको बिठाले,
बना लो सहायक मुझे-x2,
मांगे ‘मुकेश’ यही,
बस मेरे साँवरे,
उस दाता को भजता हूँ,
मेरा वो श्याम प्यारा है।।
बिन मांगे देता है जो,
दुनिया से न्यारा है,
उस दाता को भजता हूँ,
मेरा वो श्याम प्यारा है,
उस दाता को भजता हूँ,
मेरा वो श्याम प्यारा है।।
लेखक / गायक – मुकेश कुमार मीना।
9660159589