सांवरा तू तो मोटो सेठ,
ठाकुर तू तो मोटो सेठ,
बिना ब्याज उधारो दे दे,
काम पड्यो अर्जेन्ट।।
थारे सिवा मारी कुण सुने जी,
तु सूनजे मारा श्याम,
विपदा भारी आन पड़ी जी,
आन लगादे पार,
ए मारो करदे सिस्टम सेट,
साँवरा करदे सिस्टम सेट,
बिना ब्याज उधारो देदे,
काम पड्यो अर्जेन्ट।।
अरे किस्ता सु मारे काम चलायो,
घर बणायो अधुरो,
थारा भंडारा सु नोट देदे,
काम हो जावेलो पुरो,
सांवरा तु तो मोटो सेठ,
ठाकुर तु तो मोटो सेठ,
बिना ब्याज उधारो देदे,
काम पड्यो अर्जेन्ट।।
झूठ मुठ का सेठ बनाउ तो,
कोई ना छोड़े ब्याज,
थोड़ी कृपा तु करदे तो,
हो जावे मारो काम,
साँवरा मारो खातों देख,
सांवरा मारो खातों देख,
बिना ब्याज उधारो देदे,
काम पड्यो अर्जेन्ट।।
या दुनिया मारे लायक कोने,
कोई ने देवे साथ,
मैं थाके आगे करू विनती,
फेरो माथे हात,
साँवरा मारे हामु नाल,
साँवरा मारो हामु नाल,
बिना ब्याज उधारो देदे,
काम पड्यो अर्जेन्ट।।
थारे भरोसे ‘महेश’ रेवे,
तु हि है रखवालो,
‘पुरण गुर्जर’ करे विनती,
गाव सुखामंड वाल,
सांवरा फायल हे अर्जेन्ट,
साँवरा फाइल हे अर्जेन्ट,
बिना ब्याज उधारो देदे,
काम पड्यो अर्जेन्ट।।
सांवरा तू तो मोटो सेठ,
ठाकुर तू तो मोटो सेठ,
बिना ब्याज उधारो दे दे,
काम पड्यो अर्जेन्ट।।
गायक – पूरण गुर्जर जी।
प्रेषक – शंभू कुमावत दौलतपुरा।
9981101560