बिना तेरे सहारा कौन देगा,
तुम्हारे बिन किनारा कौन देगा।।
मैं भटकूंगा जो राहें मंजिलों की,
मैं भटकूंगा जो राहें मंजिलों की,
अँधेरो में उजाला कौन देगा,
तुम्हारे बिन किनारा कौन देगा।।
मैं मरने से नहीं डरता हूं लेकिन,
मैं मरने से नहीं डरता हूं लेकिन,
मुझे खाटू दोबारा कौन देगा,
तुम्हारे बिन किनारा कौन देगा।।
तुम्हें देखूं तो पलके भी ना झपकूँ,
तुम्हें देखूं तो पलके भी ना झपकूँ,
‘राज’ ऐसा नजारा कौन देगा,
तुम्हारे बिन किनारा कौन देगा।।
बिना तेरे सहारा कौन देगा,
तुम्हारे बिन किनारा कौन देगा।।
Singer – Raj Pareek Ji