बोर री धणियाणी,
थारो देवरो हिरा जड्यो ए मां,
छतर थारे आपरे,
मां मोतियो रो जङाव,
मोटवी मइया रो मन्दिर,
प्यारो घणो लागे मां।।
पावागढ सूं आई भवानी,
सिणधरी रे मांई जी,
मोडदानजी चारण घर,
लियो अवतार जी,
बोर री धनियानी,
थारो देवरो हिरा जङयो ए मां।।
जग मग जागे ज्योत,
माता बोर रे मन्दिर मांई जी,
मेवा मिश्री रा भोग लगावे,
चरणा शीश निमावे मां,
बोर री धनियानी,
थारो देवरो हिरा जङयो ए मां।।
हाथा रे मेहंदी राचणी मां,
चुङले रो सिणगार जी,
बिछिया रो झणकार माता,
रिमझिम करता आओ जी,
बोर री धनियानी,
थारो देवरो हिरा जङयो ए मां।।
माथे मुकुट आपरे माँ,
हद सोवे ओ माता,
खांडो लियो हाथ माता,
सिंह चढी असवारी माता,
बोर री धनियानी,
थारो देवरो हिरा जङयो ए मां।।
पूनम रो थारे मेलो भरीजे,
आवे नर और नार जी,
हिरोणी जाणियो री,
कुळ देवी मोटवी मां,
बोर री धनियानी,
थारो देवरो हिरा जङयो ए मां।।
रणछोङ जाणी री अर्ज वीणती,
चरणा शीश निमावे मां,
खेतदान जी चारण पूजे,
दिन रात जी,
बोर री धनियानी,
थारो देवरो हिरा जङयो ए मां।।
रमेश सारण महिमा बणावे,
चरणा शीश निमावे जी,
रमेश सारण महिमा गावे,
हेले हाजिर आओ मां,
बोर री धनियानी,
थारो देवरो हिरा जङयो ए मां।।
बोर री धणियाणी,
थारो देवरो हिरा जड्यो ए मां,
छतर थारे आपरे,
मां मोतियो रो जङाव,
मोटवी मइया रो मन्दिर,
प्यारो घणो लागे मां।।
गायक / प्रेषक – लोक गायक रमेश सारण।
बाङमेर, M. 9571547445