ब्रज की गलियों में घूमा करेंगे,
दोहा – ध्यान किशोरी चरणन को,
मुख राधे राधे गाऊँ,
ललितश्याम वृन्दावन रज में,
रज हैके बस जाऊं,
मैं रज हैके बस जाऊं।
ब्रज की गलियों में घूमा करेंगे,
राधे राधे पुकारा करेंगे।।
तेरे दर्शन से सुबह शुरू हो,
शाम ढल जाएं तेरी झलक से,
तेरे दर्शन से सुबह शुरू हो,
शाम ढल जाएं तेरी झलक से,
आंख बंद हो खुली हो हमारी,
हम तो तुमको निहारा करेंगे,
ब्रिज की गलियों में घूमा करेंगे,
राधे राधे पुकारा करेंगे।।
चाकरी तेरे दरबार की हो,
कोई चिंता न संसार की हो,
चाकरी तेरे दरबार की हो,
कोई चिंता न संसार की हो.
तेरे चरणों की छइया के नीचे,
हम तो हर पल गुजारा करेंगे,
ब्रिज की गलियों में घूमा करेंगे,
राधे राधे पुकारा करेंगे।।
हमपे करदो कृपा की नजर अब,
थाम लो हाथ ए श्याम सुंदर,
हमपे करदो कृपा की नजर अब,
थाम लो हाथ ए श्याम सुंदर,
कर तिलक तेरे चरणों की रज से,
अपनी किस्मत सँवारा करेंगे,
ब्रिज की गलियों में घूमा करेंगे,
राधे राधे पुकारा करेंगे।।
ब्रिज की गलियों में घूमा करेंगे,
राधे राधे पुकारा करेंगे।।
Singer – LalitShyam
9870799391