बुला लो मुझको खाटू में,
मुझे तेरी याद आती है,
ये अखियां दर्शन की प्यासी,
तेरा दीदार चाहती है,
बुला लो मुझको खाटु में,
मुझे तेरी याद आती है।।
ये दुनिया तो है मतलब की,
यहाँ पर कोई नही मेरा,
ये दुनिया तो है मतलब की,
सहारा एक तू ही मेरा,
मैं ठुकराया ज़माने का,
तुझे क्यू दया ना आती है,
बुला लो मुझको खाटु में,
मुझे तेरी याद आती है।।
तेरी ही किरपा से बाबा,
मेरा परिवार पलता है,
तेरी ही किरपा से मोहन,
मेरा घरबार चलता है,
घड़ी हो सुख की या दुख की,
तेरी ही तो याद आती है,
बुला लो मुझको खाटु में,
मुझे तेरी याद आती है।।
हमारे नीरस जीवन में,
प्यारे तुम ही रस भरते हो,
‘हेमंत’ के नीरस जीवन में,
श्याम तुम खुशिया भरते हो,
तुम्ही तो रहते संग मेरे,
जब अपने छोड़ जाते है,
बुला लो मुझको खाटु में,
मुझे तेरी याद आती है।।
बुला लो मुझको खाटू में,
मुझे तेरी याद आती है,
ये अखियां दर्शन की प्यासी,
तेरा दीदार चाहती है,
बुला लो मुझको खाटु में,
मुझे तेरी याद आती है।।
Singer & Lyrics – Hemant Aggarwal