आयो रे आयो देखो,
आयो फागण मेला,
खाटू मा बैठ्यो,
बाबो मारे है हेलो,
बाबुल उड़ीके सारा,
टाबरा को गैलो,
खाटू मा बैठ्यो,
बाबो मारे है हेलो,
बेगा बेगा चालो रे,
बुलावे म्हारो सांवरो,
फागण आयो रे,
बुलावे म्हारो साँवरो।।
भक्त के ताई बाबो,
न्यौतों भिजवायो,
खाटू के नगरी माहि,
मेलो लगवायो,
सबने रंगने की बाबो,
कर राख्यो तैयारी,
फागण को रसियो है,
साँवरो बिहारी,
बेगा बेगा चालो रे,
बुलावे म्हारो साँवरो,
फागण आयो रे,
बुलावे म्हारो साँवरो।bd।
कोयलिया बोले बैठी,
अमवा की डाली,
आई फागुनिए की,
रुत या निराली,
लेके निशान हाथ में,
चालो खाटू चालो,
‘गोलू’ उड़ीके म्हाने,
म्हारो खाटू वालो,
बेगा बेगा चालो रे,
बुलावे म्हारो साँवरो,
फागण आयो रे,
बुलावे म्हारो साँवरो।bd।
आयो रे आयो देखो,
आयो फागण मेला,
खाटू मा बैठ्यो,
बाबो मारे है हेलो,
बाबुल उड़ीके सारा,
टाबरा को गैलो,
खाटू मा बैठ्यो,
बाबो मारे है हेलो,
बेगा बेगा चालो रे,
बुलावे म्हारो सांवरो,
फागण आयो रे,
बुलावे म्हारो साँवरो।।
Singer – Namrata Karwa