श्री कृष्ण स्तुति पितामह भीष्म द्वारा रचित
श्री कृष्ण स्तुति पितामह भीष्म द्वारा रचित, -- भीष्म उवाच -- इति मतिरुपकल्पिता वितृष्णा भगवति सात्वतपुंगवे विभूम्नि। स्वसुखमुपगते क्वचिद्विहर्तुं प्रकृतिमुपेयुषि...
Read moreश्री कृष्ण स्तुति पितामह भीष्म द्वारा रचित, -- भीष्म उवाच -- इति मतिरुपकल्पिता वितृष्णा भगवति सात्वतपुंगवे विभूम्नि। स्वसुखमुपगते क्वचिद्विहर्तुं प्रकृतिमुपेयुषि...
Read moreशिव तांडव स्तोत्रम लिरिक्स, शिव तांडव स्तोत्रम लिरिक्स, जटा टवी गलज्जल प्रवाह पावितस्थले, गलेवलम्ब्य लम्बितां भुजङ्ग तुङ्ग मालिकाम्, डमड्डमड्डमड्डमन्निनाद वड्डमर्वयं,...
Read moreआरती श्री दशा माता की, कष्ट सभी के ये निवारती, मंगल मूर्ति संकट हरणी, मंगलमय माँ दशा की आरती, आरती...
Read moreजगजननी जय जय, माँ जग-जननी जय जय, भयहारिणि भवतारिणि, भवभामिनि जय जय, ॐ जगजननी जय जय।। तू ही सत चित...
Read moreआरती कीजे शैल सुता की, जगदम्बा की आरती कीजे, आरती कीजे जगदम्बा की, आरती कीजे शैंल सुता की।। स्नेह सुधा...
Read moreआरती अवध बिहारी की, दयामयी जनकदुलारी की।। सिंहासन सोहे युगल सरकार, परस्पर हँसी हेरत हर बार, मधुर कछु बोल लेत...
Read moreॐ जय डिग्गी वाले नाथ हरे, देवा अंजनी के लाल हरे, पीलीबंगा धाम विराजत, अनुपम रूप धरे, ॐ जय डिग्गी...
Read moreजय बजरंगबली, स्वामी जय बजरंगबली, जब ली शरण तुम्हारी, जब ली शरण तुम्हारी, तब सब विपत हरे, ॐ जय बजरंगबली।।...
Read moreअम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली, तेरे ही गुण गायें भारती, ओ मैया हम सब, उतारे तेरी...
Read moreआशुतोष शशाँक शेखर, चन्द्र मौली चिदंबरा, कोटि कोटि प्रणाम शम्भू, कोटि नमन दिगम्बरा।। निर्विकार ओमकार अविनाशी, तुम्ही देवाधि देव, जगत...
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