गणपति की सेवा मंगल मेवा आरती लिरिक्स
गणपति की सेवा मंगल मेवा, श्लोक - व्रकतुंड महाकाय, सूर्यकोटी समप्रभाः, निर्वघ्नं कुरु मे देव, सर्वकार्येषु सर्वदा। गणपति की सेवा...
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Read moreDetailsॐ जय जानकीनाथा, प्रभु जय श्री रघुनाथा, दोऊ कर जोड़ विनवौं, प्रभु मेरी सुन मेरी बाता, ॐ जय जानकीनाथा।। तुम...
Read moreDetailsजय गुरुदेव दयानिधि, दीनन हितकारी, स्वामी भक्तन हितकारी, जय जय मोह विनाशक, भव बंधन हारी, ॐ जय जय जय गुरुदेव...
Read moreDetailsआरती हो रही रे बालाजी तेरी, ध्वजा लाल लहराए।। कौन उतारे बाला तोरी रे आरती, कौन उतारे बाला तोरी रे...
Read moreDetailsॐ जय अजमल लाला, प्रभू जय अजमल लाला, भक्त काज कलयुग में, लीनो अवतारा, ॐ जय अजमल लाला।। अश्वन की...
Read moreDetailsजय भटियाणी माता, मैया जय भटियाणी माता, सुख सम्पति म्हने दीजो, सुख सम्पति म्हने दीजो, दुःख हर लो माता, मैया...
Read moreDetailsॐ जय हनुमत वीरा, बाबा जय हनुमत वीरा, संकट मोचन स्वामी, आप हो रणधीरा, जय जय हनुमत वीरा।। पवन पुत्र...
Read moreDetailsहे मात मेरी हे मात मेरी, हे मात मेरी हे मात मेरी, कैसी यह देर लगाई है दुर्गे, हे मात...
Read moreDetailsॐ जय श्री राधा, ॐ जय श्री कृष्णा, श्री राधा कृष्णाय नमः, श्री राधा कृष्णाय नमः।। चन्द्रमुखी चंचल चितचोरी, सुघड़...
Read moreDetailsपिछम धरा सु म्हारा पीरजी पधारिया, घर अजमल अवतार लियो, लाछा सुगना करे हरी री आरती, हरजी भाटी उबा चवर...
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