मन में बसाकर तेरी मूर्ति उतारू में गिरधर तेरी आरती लिरिक्स
मन में बसाकर तेरी मूर्ति, उतारू में गिरधर तेरी आरती।। करुणा करो कष्ट हरो ज्ञान दो भगवन, भव में फसी...
Read moreमन में बसाकर तेरी मूर्ति, उतारू में गिरधर तेरी आरती।। करुणा करो कष्ट हरो ज्ञान दो भगवन, भव में फसी...
Read moreबाबोसा चूरू वाले की आरती, देवा बाबोसा चूरू वाले, भक्तो के है रखवाले, रिम झिम उतारे तेरी आरती, बाबोसा रिम...
Read moreआरती किजे हनुमान लला की, दुष्ट दलन रघुनाथ कला की।। जाके बल से गिरवर काँपे, रोग दोष जाके निकट ना...
Read moreश्री कुञ्ज बिहारी जी की आरती, आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की।। गले में बैजंती माला, बजावै मुरली मधुर...
Read moreभगवान शिव जी की आरती, कर्पूरगौरं करुणावतारं, संसारसारं भुजगेन्द्रहारं, सदा वसन्तं ह्रदयाविन्दे, भव भवानी सहितं नमामि। जय शिव ओंकारा हर...
Read moreसूर्य देव भगवान की आरती ऊँ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान। जगत् के नेत्र स्वरूपा, तुम हो त्रिगुण स्वरूपा।...
Read moreश्री सीता जी की आरती आरती श्री जनक दुलारी की , सीता जी रघुवर प्यारी की || जगत जननी जग...
Read moreश्री राधा जी की आरती, आरती प्रीतम प्यारी की, कि बनवारी नथवारी की। दुहुँन सर कनक-मुकुट झलकै, दुहुँन श्रुति कुण्डल...
Read moreश्री जगदीश जी की आरती जय जगदीश हरे, प्रभु! जय जगदीश हरे। भक्तजनों के संकट, छन में दूर करे॥ जय जगदीश...
Read moreअम्बे मैया जी की आरती, जय अम्बे गौरी मैया जय श्यामा गौरी, निशिदिन तुमको ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवजी॥ जय अम्बे...
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