भज ले प्राणी रे अज्ञानी दो दिन की जिंदगानी लिरिक्स
भज ले प्राणी रे अज्ञानी, दो दिन की जिंदगानी, वृथा क्यों भटक रहा है, वृथा क्यों भटक रहा है, झूठी...
Read moreDetailsभज ले प्राणी रे अज्ञानी, दो दिन की जिंदगानी, वृथा क्यों भटक रहा है, वृथा क्यों भटक रहा है, झूठी...
Read moreDetailsमेरे हंसा परदेसी, जिस दिन तू उड़ जाएगा, तेरा प्यारा ये पिंजरा, यहाँ जलाया जाएगा, मेरे हँसा परदेसी, जिस दिन...
Read moreDetailsदो दिन की जिंदगानी रे प्राणी काहे, करे तू गुमान रे, करे तू गुमान रे अरे इंसान रे, जीवन बहता...
Read moreDetailsआता भी अकेला है और, जाता भी अकेला है, जिंदगी ने संग तेरे, जिंदगी ने संग तेरे, खेल कैसा खेला...
Read moreDetailsचली जा रही है ये जीवन की रेल, समझ कर खिलौना इसे यूँ ना खेल।। chali ja rahi hai ye...
Read moreDetailsमेट देती दवा दर्द तलवार का, घाव बोली का फिर भी ना भरता कभी। दोहा - तोल जरा ऐ मेरे...
Read moreDetailsकोई लाख करे कितना जतन रे, होनी सदा ही होवे, होनी बड़ी प्रबल है प्यारे, टाले ना टले, कोईं लाख...
Read moreDetailsमेहनत की कमाई को, ऐसे ना लुटाना तू, खर्चो को घटाकर के, सेवा में लगाना तू।bd। mehnat ki kamai ko...
Read moreDetailsये धन दौलत दुनिया की रौनक, सब कुछ यहीं रह जाएगा, संग में ना कुछ भी जाएगा, महल दो महले...
Read moreDetailsएक हड्डी मुझसे करने लगी, बयान रे सांवरिया। दोहा - सेर करने हम जो निकले, दिल में कुछ अरमान थे,...
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