जरा सोच समझ अभिमानी चदरिया पुरानी हो गयी लिरिक्स
जरा सोच समझ अभिमानी, चदरिया पुरानी हो गयी, क्यों विशियन में लपटानी, चदरिया पुरानी हो गयी।। काशी पूजे मथुरा पूजे,...
Read moreDetailsजरा सोच समझ अभिमानी, चदरिया पुरानी हो गयी, क्यों विशियन में लपटानी, चदरिया पुरानी हो गयी।। काशी पूजे मथुरा पूजे,...
Read moreDetailsछोड़ कर संसार जब तू जाएगा, कोई ना साथी तेरा साथ निभाएगा।। इस पेट भरण की खातिर, तू पाप कमाता...
Read moreDetailsकिसी का मत करियो अपमान, वक्त की हवा निराली है, वक्त की हवा निराली है, वक्त की हवा निराली है,...
Read moreDetailsकरो रे मन चलने की तैयारी, दोहा - जाते नहीं है कोई, दुनिया से दूर चल के, आ मिलते हैं...
Read moreDetailsभाई बंधू कुटुंब कबीला, कोई काम ना आएगा, अंत समय में नाम श्याम का, साथ तेरे ही जाएगा।। तर्ज -...
Read moreDetailsमत कर तू अभिमान रे बंदे, झूठी तेरी शान रे, मत कर तू अभिमान।। तेरे जैसे लाखों आए, लाखों इस...
Read moreDetailsजो विधि कर्म में लिखा विधाता, मिटाने वाला कोई नहीं, वक्त पड़े पर गजभर कपड़ा, देने वाला कोई नहीं, वक्त...
Read moreDetailsये तन क्या है एक पिंजरा है, इस पिंजरे में एक तोता है, ये तोता जब उड़ जाएगा, तो खाली...
Read moreDetailsचली जा रही है उमर धीरे धीरे, पल पल यूँ आठों पहर धीरे धीरे, चली जा रही हैं उमर धीरे...
Read moreDetailsक्या भरोसा हैं इस जिंदगी का, साथ देती नहीं ये किसी का।। दोहा - कहाँ से आया जाना कहाँ, आखिर...
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