हम दर पे झुकाने शीश तेरे हर ग्यारस खाटू आते है लिरिक्स
हम दर पे झुकाने शीश तेरे, हर ग्यारस खाटू आते है, लेकिन जब वापस जाते है, नैनो से आंसू बहते...
Read moreDetailsहम दर पे झुकाने शीश तेरे, हर ग्यारस खाटू आते है, लेकिन जब वापस जाते है, नैनो से आंसू बहते...
Read moreDetailsग्यारस की रात फिर आयी रे, कीर्तन की रात फिर आई रे, श्याम मिलन हो रहा, मेरे मन की कली...
Read moreDetailsआयी ग्यारस की पावन रात, मोर सा मन म्हारा डोले रे, देखो सीने पे रखकर हाथ, नाम थारा धड़कन बोले...
Read moreDetailsमेरे दिल का मयूरा, भागे खाटू धाम, जब जब ग्यारस आती है, सांवरा जब जब ग्यारस आती है।। तर्ज -...
Read moreDetailsग्यारस की मैं धोक, बाबा खाटू में लगावांगा, थारे चरणा में रम जावांगा ग्यारस की म्हे धोक।। तर्ज - कीर्तन...
Read moreDetailsमुझे दो बातें अच्छी लगती है, ग्यारस को खाटू जाना, श्री श्याम के दर्शन पाना, मुझे दो बाते अच्छी लगती...
Read moreDetailsतुझसे नज़रे मिली तो, मैं दीवाना हो गया, मेरा हर ग्यारस को, खाटू आना जाना हो गया।। पहली बार बाबा...
Read moreDetailsआई ग्यारस की फिर रात है, आ रही श्याम की याद है, जल्दी अपना मिलन हो प्रभु, सारे भक्तों की...
Read moreDetailsये ग्यारस बिन तेरे दर्शन, क्यों बाबा बीत जाती है, क्यों बाबा बीत जाती है, मुझे दिन रात खाटू की,...
Read moreDetailsओ जी सांवरिया करद्यो, म्हारो एक काम, इब की ग्यारस पे, बुला ल्यो खाटू धाम, यादा सतावे म्हाने, थारी सुबहो...
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