बाबा का दरबार सुहाना लगता है भक्तों का तो दिल दीवाना
बाबा का दरबार सुहाना लगता है, तर्ज - दूल्हे का सेहरा सुहाना लगता है बाबा का दरबार सुहाना लगता है,...
Read moreबाबा का दरबार सुहाना लगता है, तर्ज - दूल्हे का सेहरा सुहाना लगता है बाबा का दरबार सुहाना लगता है,...
Read moreअरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो, तर्ज - ये माना मेरी जा। दोहा - देखो देखो ये गरीबी, ये गरीबी का हाल,...
Read moreएक राधा एक मीरा, दोनों ने श्याम को चाहा अंतर क्या दोनों की चाह में बोलो, एक प्रेम दीवानी एक...
Read moreश्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम, लोग करे मीरा को यूँ ही बदनाम, साँवरे की बन्सी को बजने से काम,...
Read moreचोख पुरावो माटी रंगावो, आज मेरे प्रभु घर आवेंगे, खबर सुनाऊ जो, ख़ुशी ये बताओ जो, आज मेरे प्रभु घर आवेंगे।।...
Read moreसाईं तेरी शिर्डी को मेरा प्रणाम तर्ज - सोलह बरस की बाली उमर को श्लोक – इरादे रोज बनते है टूट...
Read moreफुर्सत मिले तो एक बार माँ, तर्ज – तुझको पुकारे मेरा प्यार। दोहा – अगर गुजरे तू राह से मेरी,...
Read moreमैया कृपा करदो झोली मेरी भरदो, तर्ज – जब हम जवां होंगे जाने कहाँ होंगे श्लोक – माँ नाम लेना कोई शर्म...
Read moreमैं हूँ शरण में तेरी संसार के रचैया, कश्ती मेरी लगा दो उसपार ओ कन्हैया।। तर्ज - मैं ढूढ़ता हूँ...
Read moreबड़े मान से जमाना, माँ तुमको पूजता है। श्लोक – जयंती मंगला काली, भद्र काली कपालिनी, दुर्गा क्षमा शिवाधात्री, स्वाहा...
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