ऐसे कैसे रूठे मोहन अपना यूँ मुंह मोड़ लिया
ऐसे कैसे रूठे मोहन, (कलयुग की मीरा आरती दीदी को समर्पित, श्रद्धांजलि रूपी पुष्प।) ऐसे कैसे रूठे मोहन, अपना यूँ...
Read moreऐसे कैसे रूठे मोहन, (कलयुग की मीरा आरती दीदी को समर्पित, श्रद्धांजलि रूपी पुष्प।) ऐसे कैसे रूठे मोहन, अपना यूँ...
Read moreबांह पकड़ लो मेरी, आया जग छोड़ के, देखो इधर भी क्यों, बैठे मुख मोड़ के, दया करो मेरे श्याम,...
Read moreकर भरोसा बालाजी पर, हर संकट निपटा देगा, नैया जब जब डोले तेरी, उसको पार लगा देगा, कर भरोंसा बालाजी...
Read moreहारे का सहारा, बाबा श्याम हमारा, तेरा ही सहारा हमें, तेरा ही सहारा, मेरे श्याम।। तर्ज - सांवली सलोनी तेरी।...
Read moreउज्जैन वाला ठुमका लगाओ, श्लोक - नमामीशमिशान निर्वाण रूपं, विभुं व्यापकं ब्रह्म वेद: स्वरुपम्। निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं, चिदाकाश मकाशवासं...
Read moreअपनी सेवा देकर मुझको, किया बड़ा उपकार, बाबा किया बड़ा उपकार, सांची है प्रीत तुम्हारी, सांचा तेरा दरबार।bd। तर्ज -...
Read moreजिसका मेरे श्याम से, लगाव हो गया, दूर जिंदगी का, हर अभाव हो गया, नदी वो मिली है, सागर में...
Read moreश्याम सरकार है ये, सर झुकाने चले आओ, सच्चा दरबार है ये, सर झुकाने चले आओ।। तर्ज - बाबुल का...
Read moreमेरी ये खुशनसीबी, ऐ श्याम तुमको पाया, मेरे दिन बदल गए है, मेरे दिन बदल गए है, जब से शरण...
Read moreसाथी बनूंगा मैं ही तुम्हारा, कहना पड़ेगा तुझे मैं हूँ हारा, कहना पड़ेगा तुझे मैं हूँ हारा, हारे कोई ये...
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