तुझे गुरू कितना समझाए पर तेरी समझ न आए
तुझे गुरू कितना समझाए, पर तेरी समझ न आए, गुरू बार बार समझाऐ, तेरी दो दिन की यह जिँदगी, बातो...
Read moreतुझे गुरू कितना समझाए, पर तेरी समझ न आए, गुरू बार बार समझाऐ, तेरी दो दिन की यह जिँदगी, बातो...
Read moreसाधन पे कभी न, तू मन किया गौर, गुरू बिन नही पाएगा मनवा, तू जग में ठौर।। तर्ज - सावन...
Read moreजो गए गुरु द्वारे, भव से पार हो गए, तू भी आजा गुरू द्वारे, दिन दो चार रह गए।। तर्ज...
Read moreतेरी महिमा को न जानूँ मै, बस यूँ ही चला आया हूँ, न जानूँ मै ध्यान भजन, तेरे द्वार चला...
Read moreरोज रोज करता है, मन तू बहाने, काहे न माने तू काहे न माने।। तर्ज - हमतो तेरे आशिक है।...
Read moreऐ मेरे सतगुरू, दाता कर दो मैहर, तेरी महिमा को, सुन सुन के आया मै दर, ऐ मेरें सतगुरू, दाता...
Read moreमनवा रे अब मान ले कहना, दिन और बचे न, काहे न भजन करे हो।। तर्ज - चँदा रे मेरे...
Read moreगुरूदेव मेरे गुरूदेव मेरे, तेरा कोई भी शानी नही है, तुझसा कोई भी दानी नही है, गुरूदेव मेरे गुरूदेव मेरे।।...
Read moreबँदगी दुख तमाम हरती है, ओषधी का काम, ओषधी का काम करती है, बँदगी दुख तमाम हरती है।। तर्ज -...
Read moreतेरे निशदिन जल में लेकिन, फिर भी है मीन पियासी, फिर भी है मीन पियासी।। तर्ज - मैरे नैना सावन...
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