चले गये सतगुरू कौन से जहान में भजन लिरिक्स
चले गये सतगुरू, कौन से जहान में, रहता है कैसे शिष्य, गुरू बिन जहान में, डुडंता फिरूं उन्हें मैं, अब...
Read moreचले गये सतगुरू, कौन से जहान में, रहता है कैसे शिष्य, गुरू बिन जहान में, डुडंता फिरूं उन्हें मैं, अब...
Read moreमुल कित्ती महनता दा, पवाई मेरे दातेया, औकात विच रहणा, तू सिखाई मेरे दातेया।। मिले जो वी मैनु ओदा, शुक्र...
Read moreतू देंदा रह मेरे दातेया, मैं खावा तेरे नाम दा, मैं खावां तेरे नाम दा, गुण गांवां तेरे नाम दा।।...
Read moreसतगुरु चरणा कोलो, कदे दूर हटावी ना, तू मैंनू विसर जावे, ऐसा दिन आवे ना, सतगुरु सतगुरु सतगुरु, सतगुरु सतगुरु।।...
Read moreआओ गुरु नाम की महिमा गाए, गुरु ज्ञान गंगा में गोता लगाए।। तर्ज- बहुत प्यार करते है। गुरु के समान...
Read moreइस योग्य हम कहाँ है, गुरुवर तुम्हें रिझाए, फिर भी मना रहे है, शायद तू मान जाए, इस योग्य हम...
Read moreसुख सबना ते दाता बरसा दे, एहो मैं दुआवाँ मंगियां, प्रीत सब नाल दाता तू निभा लै, एहो मैं दुआवाँ...
Read moreगुरुवर तुमसे इतना कहना, चरणों में, चरणों में, चरणों में तुम्हरे रहना।। तर्ज - और नहीं कुछ तुमसे। है ये...
Read moreसतगुरु तुम सागर मैं मीना, तुम बिन रह ना पाउंगी, तुमसे दो पल की दुरी, गुरूजी सह ना पाउंगी।। तर्ज...
Read moreएक कोरे कागज पे, तूने कलम चलाई है, सत पथ की राह गुरु, तूने दिखलाई है, एक कोरे कागज़ पे,...
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