जा पहुँचे लंका नगरी में सागर लांघ के लिरिक्स
जा पहुँचे लंका नगरी में, सागर लांघ के, सियाराम की जय जय बोले, हनुमत सीना तान के।। माता के चरणों...
Read moreDetailsजा पहुँचे लंका नगरी में, सागर लांघ के, सियाराम की जय जय बोले, हनुमत सीना तान के।। माता के चरणों...
Read moreDetailsम्हारी बिनती सुणो थे हनुमान, धरुँ मैं थारो ध्यान, बेगा सा आओ बालाजी, बेगा सा आओ बालाजी, भगतां की सुणज्यो...
Read moreDetailsमंगलवार शनिवार, बालाजी ने ध्याले तू, थोड़ो सो सिंदूर चढ़ाकर, मन का चाया पाले तू।। तर्ज - दीनानाथ मेरी बात।...
Read moreDetailsजिनके वश में सदा राम रहते है, उन्हें वीर हनुमान सभी कहते है।। माता अंजनी के लाल, ये तो करते...
Read moreDetailsजय बोलो जय बोलो, जय बोलो, श्री बागेश्वर धाम की, जय बोलो, हनुमान जी महाराज, श्री बालाजी सरकार, धीरेन्द्र जी...
Read moreDetailsसोमवार से रविवार, बालाजी दे खुशियां हजार, जनम जनम के दुःख कट जाते, सर को झुका ले एक बार, हनुमान...
Read moreDetailsधन धन अंजनी का लाला, बजरंगबली मतवाला, राम के काज के सँवारे तूने, भक्तों का प्रतिपाला रे, धन धन अँजनी...
Read moreDetailsउत्सव बालाजी का आया, सब मनावां मिलके, प्यारी राम नाम धुन गावां, सब गावां मिलके, मनावा मिलके, सब मिल जुल...
Read moreDetailsजब भी याद करूँ तो, आना दौड़ के, संकट में ना जाना, हमको छोड़ के, ना जाना छोड़ के, ना...
Read moreDetailsउड़े जब जब बाला मेरे, ओ राम जी के काज करते, ओ राम जी के काज करते, मेरे बाला रे।।...
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