बोल पडी़ मन्दिर की देवी क्यों मंदिर म्ह आया रे
बोल पडी़ मन्दिर की देवी, क्यों मंदिर म्ह आया रे, घर बैठी तेरी जननी माता, क्यों ना भोग लगाया रे।।...
Read moreDetailsबोल पडी़ मन्दिर की देवी, क्यों मंदिर म्ह आया रे, घर बैठी तेरी जननी माता, क्यों ना भोग लगाया रे।।...
Read moreDetailsसंकट नै लादी फांसी, या दुनिया कर री हांसी, कोई जतन बणादे नै, लाल लंगोटे आले, रोग नै काट दिखादे...
Read moreDetailsधूणे बिन गोरख सुना, गोरख बिन धूणा सुन्ना, धूणे पै पूरा सिद्ध नाथ जी।। तर्ज - हाँसू तो हाँस्या ना...
Read moreDetailsके बुझेगा हाल मेरा, दुख पड़ गया याणे में, पाट कालजा आवे से, मेरा हाल बताणे में।। मात पिता परिवार...
Read moreDetailsएक योगी अलख जगावे री माई, भिक्षा दे घाल।। दुधा नहाइयो पुत्रा फलियों, राम करें थारे घी के बलियो, थारा...
Read moreDetailsछोड़ दे सब उलझेंड़े न, कटज्या कष्ट तमाम, मनाले दादा खेड़े न।। खेड़े के मंदिर पे चढ़ता, धोला झंडा से,...
Read moreDetailsखोल दे दरवाजा तेरे, धूणे धाम का, रोट लावण आई, बाबा तेरे नाम का।। तर्ज - एक परदेसी मेरा। बाहर...
Read moreDetailsसुख दुख तो आणे जाणे सै, दूर कदे तू मत जाइए, हाथ दया का गोरख बाबा, सर ऊपर तै मत...
Read moreDetailsमेरी प्यारी जननी माँ, मेरी प्यारी जननी मांँ, तू है जग म्ह महान, तनै दिखाया जहान, मेरी प्यारी जननी मांँ,...
Read moreDetailsमैं तेरी शरण में आई, मेरी ज्यान बचादे नै, ओ लाल लंगोटे वाले, एक बै गदा घुमा दे नै।। तर्ज...
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