मेरे गुरु गोरख महाराज पितर ने ल्याइए ज्योत पे
मेरे गुरु गोरख महाराज, पितर ने ल्याइए ज्योत पे, पितर ने ल्याइए ज्योत पे।। तेरे नाम कि ज्योत जगाई, सारी...
Read moreDetailsमेरे गुरु गोरख महाराज, पितर ने ल्याइए ज्योत पे, पितर ने ल्याइए ज्योत पे।। तेरे नाम कि ज्योत जगाई, सारी...
Read moreDetailsचौक में चुराई वाली री, मेरी मात मसानी आजा।। चौराहे में माता रानी, भेंट चढ़ादू री, उठ के सवेरे गंगाजल,...
Read moreDetailsराजाखेड़ी में सजया, बाबा का दरबार, दर्शन करलो रै, यहाँ बैठे पवनकुमार।। राम नाम तै बालाजी का, भवन सजाया प्यारा...
Read moreDetailsमन समझ समझ मेरे भाई, तेरे एक समझ में ना आई।। बुरे बुरे कर्म ने टोहे, मानुष जन्म क्यों वृथा...
Read moreDetailsदादा पितर दर्श दिखादे, भगत बुलावे आजा आजा।। तर्ज - रात श्याम सपने में। तेरे नाम की ध्वजा चढ़ाई, हलवा...
Read moreDetailsबोल पडी़ मन्दिर की देवी, क्यों मंदिर म्ह आया रे, घर बैठी तेरी जननी माता, क्यों ना भोग लगाया रे।।...
Read moreDetailsसंकट नै लादी फांसी, या दुनिया कर री हांसी, कोई जतन बणादे नै, लाल लंगोटे आले, रोग नै काट दिखादे...
Read moreDetailsधूणे बिन गोरख सुना, गोरख बिन धूणा सुन्ना, धूणे पै पूरा सिद्ध नाथ जी।। तर्ज - हाँसू तो हाँस्या ना...
Read moreDetailsके बुझेगा हाल मेरा, दुख पड़ गया याणे में, पाट कालजा आवे से, मेरा हाल बताणे में।। मात पिता परिवार...
Read moreDetailsएक योगी अलख जगावे री माई, भिक्षा दे घाल।। दुधा नहाइयो पुत्रा फलियों, राम करें थारे घी के बलियो, थारा...
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