फागुन का महीना चलो मालपुरा दरबार लिरिक्स
फागुन का महीना, चलो मालपुरा दरबार, दादा गुरु संग होली, हम खेलेंगे इस बार।। तर्ज - सावन का महीना। रंग...
Read moreDetailsफागुन का महीना, चलो मालपुरा दरबार, दादा गुरु संग होली, हम खेलेंगे इस बार।। तर्ज - सावन का महीना। रंग...
Read moreDetailsसच्चे मन से नाकोड़ा, भक्त जो भी जायेगा, पार्श्व भैरव के दर्शन पाकर, भव सागर तर जायेगा, तर जायेगा तर...
Read moreDetailsभैरव दादा तेरे सिवा, कहो कौन हमारा है। दोहा - जितना दिया मेरे दादा ने, उतनी मेरी औकात नही, ये...
Read moreDetailsनंदनी खुदनी के नंदन, करते हम तुमको वंदन, पचासवां दीक्षा दिवस है, हर्षित है गुरु भक्तो का मन, जय गुरुवरम्म,...
Read moreDetailsप्रभु पार्श्व तेरा दरबार, मेरे मन को लुभाता है, तेरी छवि देखकर दादा, मुझे चैन आता है, क्या खूब सजा...
Read moreDetailsजय जय पारस, जीरावला पारस, जीरावला श्री पार्श्वनाथम, जगतपति जगदीवाकरम, सौम्याकृतिंम् मंगलकारम, आशापूरण शुभप्रदायम, जय जय पारस, जय जय पारस,...
Read moreDetailsऐसे भक्त कहाँ, कहाँ जग में ऐसे भगवान, संघ गुरु का समोशरण सा, चरणों में चारो धाम, ऐसे भक्त कहाँ,...
Read moreDetailsअर्हम वन्दो जय पारस देवा, अर्हम वन्दो (वन्दो), वन्दो (वन्दो), जय पारस देवा, वन्दो (वन्दो), वन्दो (वन्दो), जय पारस देवा।।...
Read moreDetailsपर्वो में पर्व पर्युषण न्यारा, पुण्य कमाई का अवसर आया, भादो का महीना धर्म सन्देशा लाया, पुण्य कमाई का अवसर...
Read moreDetailsसुदर्शन मुनि प्यारे, हमारे मन में, समाए जो पपीहा, मगन घन में।। तर्ज - सावन का महीना। शाशन की शान...
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